Table of Contents

अर्जुन विषाद योग : युद्ध के परिणाम पर शोक प्रकट करना

सांख्य योग : विश्लेषणात्मक ज्ञान का योग

कर्मयोग : कर्म का विज्ञान

ज्ञान कर्म संन्यास योग : ज्ञान का योग और कर्म का अनुशासन

कर्म संन्यास योग : वैराग्य का योग

ध्यानयोग : ध्यान का योग

ज्ञान विज्ञान योग : दिव्य ज्ञान की अनुभूति द्वारा प्राप्त योग

अक्षर ब्रह्म योग : अविनाशी भगवान का योग

राज विद्या योग : राज विद्या द्वारा योग

विभूति योग : भगवान के अनन्त वैभवों की स्तुति द्वारा प्राप्त योग

विश्वरूप दर्शन योग : भगवान के विराट रूप के दर्शन का योग

भक्तियोग : भक्ति का विज्ञान

क्षेत्र क्षेत्रज्ञ विभाग योग : योग द्वारा क्षेत्र और क्षेत्र के ज्ञाता के विभेद को जानना

गुण त्रय विभाग योग : प्राकृतिक शक्ति के तीन गुणों द्वारा योग का ज्ञान

पुरुषोत्तम योग : सर्वोच्च दिव्य स्वरूप योग

देवासुर संपद विभाग योग : दैवीय और आसुरी प्रकृति में भेद द्वारा योग का ज्ञान

श्रद्धा त्रय विभाग योग : श्रद्धा के तीन विभागों को समझते हुए योग का अनुसरण करना

मोक्ष संन्यास योग : संन्यास में पूर्णता और शरणागति के माध्यम से योग